आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? जानिए (Artificial intelligence in Hindi) AI के बारे में हिंदी में। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक विशेषज्ञता है जिसमें कंप्यूटर और मशीनों को मानवीय सोच और ज्ञान की तरह काम करने में मदद मिलती है। यह भविष्य में होने वाले तकनीकी उन्नति का प्रतीक है जो हमारे जीवन को सुविधाजनक और समृद्ध बनाने का वादा करती है। इस एसे एपिसोडिक सृजनताओं और समस्याओं के साथ, आईए जानें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रोचक दुनिया में और भी गहराई तक।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? (What is Artificial Intelligence in Hindi?)
क्या है? Artificial intelligence in Hindi-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) , यह एक कंप्यूटर विज्ञान की शाखा है जो मानव बुद्धिमत्ता के समान गुणों वाले मशीनों को बनाने पर ध्यान केंद्रित करती है। यह कंप्यूटरों को सिखाने, विचार करने, समस्याएं समाधान करने, और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करने के लिए अल्गोरिदम और मॉडल्स विकसित करने के प्रयासों पर आधारित है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा बनाए गए सिस्टम बड़े जांच और प्रसंस्करण की जाने वाली जानकारी और डाटा का उपयोग करते हैं। ये सिस्टम अनुभव के माध्यम से अपने प्रदर्शन को सुधार सकते हैं, ठीक उसी तरह से जैसे मानव अपने अनुभव से सीखते हैं।
AI के विभिन्न स्तर हैं, जिनमें कुछ विशिष्ट कार्यों के लिए बनाए गए सिस्टम (नैरो एआई) से लेकर ऐसे संगठनों तक हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में मानव बुद्धिमत्ता की तरह कार्य कर सकते हैं (जनरल एआई या आर्टिफिशियल सुपरइंटेलिजेंस)।
AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है, जैसे कि प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, कंप्यूटर विजन, रोबोटिक्स, स्वास्थ्य सेवा, वित्त, खेल, स्वयं चालित वाहन, और अन्य। इसका उपयोग मानवता की प्रोद्योगिकी को बदलने और सुधारने में मदद कर सकता है, लेकिन इसके साथ-साथ यह नैतिक, सामाजिक, और आर्थिक चुनौतियों को भी पैदा करता है जो सावधानीपूर्वक ध्यान में रखा जाना चाहिए।
(Artificial intelligence in Hindi)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत कैसे हुई थी?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी। इस समय, वैज्ञानिकों ने मशीनों को मानवीय सोच और ज्ञान को सिमुलेट करने का प्रयास किया। यह प्रोसेस भूतपूर्व गणित, लॉजिक, विज्ञान, और दर्शनीयता के संबंधित क्षेत्रों से निकली थी।
1956 में डार्टमूथ कांफरेंस के दौरान, जॉन मैककार्थी ने एक शब्द प्रस्तुत किया जिसे “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” नामकरण किया गया। इस दौरान विज्ञानियों ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया और मशीनों के साथ बुद्धिमानता से संबंधित काम करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया।
इसके बाद, 1950 के दशक के आधुनिक कंप्यूटिंग तकनीकों के विकास ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदार विस्तार को संभव बनाया। 1960 के दशक में, विज्ञानी जॉन मैककार्थी और एलेन ट्यूरिंग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों के विकास में अहम योगदान दिया। वे नए तकनीक और अल्गोरिदम्स विकसित करके मशीनों को सिक्योरिटी और नियंत्रण के साथ संबंधित काम करने की कोशिश करते थे।
तकनीकी उन्नति, गहरी शोध, और कंप्यूटिंग क्षमता में वृद्धि के साथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने बड़े धारणीय विकास की प्राप्ति की है। आज, AI तकनीकें हर दिन जीवन में बहुत सी विभिन्न विधाएँ विकसित करने के लिए उपयोग की जा रही हैं, जो हमारे जीवन को सरल, सुविधाजनक, और समृद्ध बनाने में मदद करती हैं।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार- Types of artificial intelligence
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) (Artificial intelligence in Hindi) के विभिन्न प्रकार हैं जो उनकी क्षमताओं और उपयोग क्षेत्रों के आधार पर विभाजित किए जा सकते हैं। नीचे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मुख्य प्रकार दिए गए हैं:
- नैरो एआई (Narrow AI) या कमजोर एआई (Weak AI)
- जनरल एआई (General AI) या मजबूत एआई (Strong AI)
- आर्टिफिशियल नैरो जनरल इंटेलिजेंस (Artificial Narrow General Intelligence – ANGI)
- कृत्रिम अधीक्षण (एएसआई) Artificial Superintelligence (ASI)
- नैरो एआई (Narrow AI) या कमजोर एआई (Weak AI): यह AI सिस्टम है जो विशेष क्षेत्र में मानवों की तुलना में समर्थ होते हैं। ये सिस्टम एक विशिष्ट कार्य या टास्क को बड़े ही योग्यता से करने में सक्षम होते हैं, लेकिन इसके बाद के दूसरे कामों में वे समर्थ नहीं होते हैं। उदाहरण के लिए, वाणिज्यिक वेबसाइटों के सिफारिश एल्गोरिदम, भाषा अनुवाद के सिस्टम, वार्तालाप सहायक जैसे नैरो एआई उदाहरण हैं।
- जनरल एआई (General AI) या मजबूत एआई (Strong AI): जनरल एआई AI सिस्टम है जो कई तरह के कार्यों को समर्थता से कर सकते हैं और मानव जैसी सामान्य बुद्धिमत्ता वाले होते हैं। ये सिस्टम विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं और नए कार्यों को सीख सकते हैं बिना उन्हें पुराने प्रोग्रामिंग के लिए परिवर्तित करने की आवश्यकता होती है। जनरल एआई को भी “संगठित” या “मानव स्तर का” एआई कहा जाता है। इस तरह के AI के उदाहरण में, जनरल रोबोटिक विज्ञान शाखा के विकास के लिए काम करने के लिए AI का उपयोग किया जा रहा है।
- आर्टिफिशियल नैरो जनरल इंटेलिजेंस (Artificial Narrow General Intelligence – ANGI): यह एक मध्यस्थ स्तर है जो नैरो एआई और जनरल एआई के बीच स्थान रखता है। इसमें नैरो एआई की विशिष्टता और जनरल एआई की व्यापकता का संयोजन होता है।
- कृत्रिम अधीक्षण (एएसआई) Artificial Superintelligence (ASI): एएसआई एआई सिस्टम को संदर्भित करता है जो रचनात्मकता, समस्या-समाधान और भावनात्मक समझ सहित हर पहलू में मानव बुद्धि से आगे निकल जाता है। यह एआई का एक उन्नत रूप है जो सैद्धांतिक बना हुआ है और मानवता पर इसके प्रभाव के बारे में नैतिक और अस्तित्व संबंधी चिंताओं को उठाता है।
ये थे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in Hindi) के प्रमुख प्रकार जो तकनीकी और विज्ञानिक उन्नति के साथ लगातार विकसित हो रहे हैं। इन AI प्रकारों का विकास विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने और मानवता के लाभ के लिए सकारात्मक रूप से उपयोग करने में मदद करता है।
(Artificial intelligence in Hindi)
Advantages and Disadvantages of Artificial Intelligence in hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लाभ और हानियाँ:
लाभ:
- उच्च गति और दक्षता: AI मशीनों को मानवों से अधिक गति से और दक्षता से काम करने की क्षमता प्रदान करता है।
- सुविधाजनक समाधान: AI विभिन्न समस्याओं के लिए तेजी से सुविधाजनक समाधान प्रदान कर सकता है जो मानवों के लिए मुश्किल हो सकते हैं।
- विज्ञान और चिकित्सा में विकास: AI विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में अधिक विकास करने में मदद कर सकता है।
- विशेषज्ञ सलाह: AI विशेषज्ञ सलाह प्रदान करने में सक्षम है जो उपयोगकर्ताओं को उचित निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
हानियाँ:
- नौकरियों के खोने का खतरा: AI के विकास से कुछ पेशेवरों को नौकरियों की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
- नैतिक मुद्दे: AI में उपयोग की जाने वाली स्वचालित समाधानों में नैतिक मुद्दे शामिल हो सकते हैं।
- निजी जानकारी की सुरक्षा: AI उपकरणों में निजी जानकारी की सुरक्षा के मुद्दे हो सकते हैं।
- टेक्नोलॉजी की अभिव्यक्ति की कमी: AI को हर समस्या का समाधान नहीं मिल सकता है और यह टेक्नोलॉजी की अभिव्यक्ति की कमी रखता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्सेज
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in Hindi) के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्सेज और पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। ये कोर्सेज आपके ज्ञान को और विकसित करते हैं और आपको AI के तकनीकी और बुद्धिमानता से संबंधित विभिन्न विषयों की अध्ययन अवसर प्रदान करते हैं। नीचे कुछ प्रमुख आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्सेज (Artificial intelligence in Hindi) के उदाहरण दिए गए हैं:
- Machine Learning (ML) कोर्सेज: ML कोर्सेज आपको सुपरवाइज्ड, अनसुपरवाइज्ड, और अनुपस्थित शिक्षण जैसे ML तकनीकों के बारे में सिखाते हैं।
- Deep Learning कोर्सेज: Deep Learning कोर्सेज आपको न्यूरल नेटवर्क्स, कनवल्यूशनल नेटवर्क्स, और रिकरेंट नेटवर्क्स जैसे गहरे सीखने के तकनीकों को समझाते हैं।
- Natural Language Processing (NLP) कोर्सेज: NLP कोर्सेज आपको भाषा प्रसंस्करण और भाषा समझने से संबंधित तकनीकों के बारे में सिखाते हैं।
- Computer Vision कोर्सेज: ये कोर्सेज आपको डिजिटल छवि प्रसंस्करण, बिना संपर्क विज्ञान, और अवधारणा सम्बंधित तकनीकों को समझाते हैं।
- Reinforcement Learning कोर्सेज: इससे आपको नियंत्रण के लिए सिस्टम द्वारा ज्ञान की प्राप्ति करने के तकनीकों को समझाया जाता है।
- AI Ethics कोर्सेज: AI के नैतिक मुद्दे, डेटा गोपनीयता, और समाजिक प्रभाव को समझाने के लिए ऐसे कोर्सेज भी उपलब्ध हैं।
ये कोर्सेज विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्मों और विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान किए जाते हैं। आप अपने अनुसार इनमें से एक चुन सकते हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अपनी रूचि और क्षेत्र के अनुसार अध्ययन कर सकते हैं।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एप्लिकेशन्स-Applications of artificial intelligence in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक विशेषज्ञता है जो कंप्यूटर और मशीनों को मानवीय बुद्धिमत्ता और सोच की तरह काम करने में मदद करता है। इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है और इसके एप्लिकेशन्स निम्नलिखित रूप से हैं:
- नैविगेशन और आँतरिक सूचना: AI नेविगेशन एप्लिकेशन्स में उपयोगकर्ताओं को यातायात और सफ़र के दौरान मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। GPS और इंटरनेट संबंधित एप्स AI तकनीकों का उपयोग करते हैं ताकि यात्रा को सुरक्षित, आसान और तेज बनाया जा सके।
- व्यक्तिगत सहायता: AI के विभिन्न सहायता उपकरण, जैसे गूगल असिस्टेंट, एमेजन एलेक्सा, एप्पल सिरी, आदि से लोग विभिन्न सवालों का जवाब प्राप्त कर सकते हैं, समय योजना बना सकते हैं, इंटरनेट सर्च कर सकते हैं, यादृच्छिक जोक्स सुन सकते हैं, और अन्य टास्क्स को संपादित कर सकते हैं।
- विशेषज्ञ समीक्षा और सिफारिश: AI विशेषज्ञता और ज्ञान के आधार पर उपयोगकर्ताओं को विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए समीक्षा और सिफारिश प्रदान कर सकते हैं। ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइटों जैसे अमेज़न और ई-बे भी इसका उपयोग करते हैं ताकि उपयोगकर्ता उचित उत्पाद या सेवा का चयन कर सकें।
- विज्ञान और औषधीय शोध: AI के विकसित तकनीकों का उपयोग विज्ञान और औषधीय शोध में अध्ययन और अविष्कार में किया जा रहा है। डेटा विश्लेषण, जेनोमिक्स, और प्रोटीन फोल्डिंग जैसे क्षेत्रों में AI उपयोगी समाधान प्रदान करता है।
- वित्तीय सेवाएं: बैंकिंग, वित्तीय सम्पत्ति प्रबंधन, और स्टॉक मार्केट जैसे क्षेत्रों में AI उपयोग हो रहा है। यह डेटा विश्लेषण, गहन शोध, और विशेष वित्तीय सलाह देने में मदद करता है।
- वाहन और यातायात: स्वचालित गाड़ियों, ड्रोन, और ट्रांसपोर्ट सेवाओं में AI उपयोग हो रहा है। स्वचालित गाड़ियों में AI नेविगेशन, ट्रैफिक अलर्ट्स, और यातायात नियंत्रण कर सकता है।
- संवाद संगठन: AI विशेषज्ञता भाषा प्रसंस्करण, अनुवाद, और संवाद संगठन में उपयोग होता है। यह ऑटोमेटेड संवाद, टेक्स्ट समझने, और भाषा अनुवाद में मदद करता है।
- सिक्योरिटी: साइबर सुरक्षा, वेबसाइटों के संरक्षण, और सुरक्षा सूचना विश्लेषण में AI उपयोगी है। यह संगठनों को साइबर हमलों से बचने और सुरक्षा संबंधित त्रुटियों को पहचानने में मदद करता है।
यह सिर्फ़ कुछ उदाहरण हैं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in Hindi) के एप्लिकेशन्स की लिस्ट बहुत लंबी हो सकती है। AI के विकसित होते जा रहे नए तकनीकों के साथ, यह उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में और विस्तार से होगा।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर संभावनाएं
(Artificial intelligence in Hindi) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में करियर संभावनाएं विशाल हैं और यह तकनीकी युग में उच्च रूपांतरण के लिए एक आकर्षक करियर विकल्प है। इसमें निम्नलिखित कुछ प्रमुख करियर संभावनाएं हैं:
- मशीन लर्निंग इंजिनियर: मशीन लर्निंग के अल्गोरिदम्स के विकास और अनुप्रयोग के लिए काम करने वाले इंजिनियर।
- डेटा साइंटिस्ट: विभिन्न डेटा सेट्स के विश्लेषण, पैटर्न खोजने, और प्रॉफाइलिंग के लिए डेटा साइंटिस्टों की आवश्यकता होती है।
- नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) एंजिनियर: भाषा प्रोसेसिंग, भाषा अनुवाद, और वर्चुअल असिस्टेंट्स के विकास में काम करने वाले नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग इंजिनियर।
- कंप्यूटर विज़न एंजिनियर: चित्र और वीडियो विश्लेषण, ऑब्जेक्ट डिटेक्शन, और चेहरे की पहचान में निपुणता प्राप्त करने वाले इंजिनियर।
- रोबोटिक्स इंजिनियर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in Hindi) के साथ अग्रिम रोबोटिक्स और और उन्नत ऑटोमेशन के विकास में काम करने वाले इंजिनियर।
- AI संशोधक: AI और डेटा साइंस के क्षेत्र में नवीनतम अनुसंधान करने वाले विज्ञानिक।
- AI कंसल्टेंट: व्यवसायों और संगठनों को AI और डेटा साइंस के उपयोग के लिए सलाह देने वाले विशेषज्ञ।
- स्वयं चालित वाहन अभियांता: आज के विकासशील समय में, स्वयं चालित वाहनों के डिज़ाइन और विकास के लिए अभियांता की जरूरत होती है।
- खोज वैज्ञानिक: AI के विकास में नई तकनीकों को खोजने वाले विज्ञानिक।
- विपणन और उपभोक्ता संबंध विशेषज्ञ: उच्चतर विपणन रणनीतियों और AI के उपयोग से उपभोक्ता संबंधों को अधिक सकारात्मक बनाने में काम करने वाले विशेषज्ञ।
AI के करियर विकल्प समृद्धि और विकास की ओर बढ़ रहे हैं, और आगामी समय में इस क्षेत्र में और भी अधिक अवसर देखने की उम्मीद है। इसलिए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence in Hindi) में करियर बनाने के लिए तैयारी करना समय परिप्रेक्ष्य के अनुरूप हो सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में संस्थानों/विश्वविद्यालयों की सूची, उनके संबंधित स्थान और उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली डिग्री:
Institute/University | Place | Degree |
---|---|---|
Stanford University | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
Carnegie Mellon University | USA | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
Massachusetts Institute of Technology | USA | MS in Electrical Engineering & Computer Science / Ph.D. in AI |
University of California, Berkeley | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
University of Illinois Urbana-Champaign | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
Georgia Institute of Technology | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in Robotics & AI |
Cornell University | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
The University of Texas at Austin | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
University of Michigan | USA | MS in Computer Science / Ph.D. in AI |
Harvard University | USA | MS in Data Science / Ph.D. in Computer Science (AI) |
Nanyang Technological University | Singapore | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
Columbia University | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
University of Southern California | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
The University of Edinburgh | UK | MSc in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
University of Maryland | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
University of California, Los Angeles | USA | MS in Computer Science (AI Specialization) / Ph.D. in AI |
Tsinghua University | China | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
University of Pennsylvania | USA | MS in Engineering (AI & Robotics) / Ph.D. in AI |
California Institute of Technology | USA | MS in Computation & Neural Systems / Ph.D. in AI |
Johns Hopkins University | USA | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
University of Wisconsin-Madison | USA | MS in Computer Sciences / Ph.D. in AI |
National University of Singapore | Singapore | MS in Computer Science (AI Specialization) / Ph.D. in AI |
The Chinese University of Hong Kong | Hong Kong | MSc in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
Duke University | USA | MS in AI & Machine Learning / Ph.D. in AI |
Harbin Institute of Technology | China | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
Peking University | China | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
Purdue University | USA | MS in Artificial Intelligence / Ph.D. in AI |
University of Oxford | UK | MSc in Machine Learning & AI / DPhil in AI |
Yale University | USA | MS in Computer Science (AI & ML Track) / Ph.D. in AI |
University of Pittsburgh | USA | MS in Intelligent Systems / Ph.D. in AI |
Indraprastha Institute of Information Technology Delhi | India | MTech in AI / Ph.D. in AI |
University of Massachusetts Amherst | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
Princeton University | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
University of California San Diego | USA | MS in AI / Ph.D. in AI |
Chandigarh University | India | B.Tech in Artificial Intelligence |
University of Minnesota | USA | MS in Computer Science (AI Track) / Ph.D. in AI |
Imperial College London | UK | MSc in AI / Ph.D. in AI |
University of Cambridge | UK | MPhil in Machine Learning, Speech, and Language Technology / Ph.D. in AI |
University College London | UK | MSc in Machine Learning / Ph.D. in AI |
Jain (Deemed-to-be University) | India | B.Tech in AI & Data Science |
Vellore Institute of Technology | India | B.Tech in AI and Machine Learning |
New York University | USA | MS in Computer Science (AI & ML Track) / Ph.D. in AI |
University of Toronto | Canada | MSc in AI / Ph.D. in AI |
Lovely Professional University | India | B.Tech in AI and Machine Learning |
D. Y. Patil International University | India | B.Tech in |
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Father Of Artificial Intelligence किसे कहते है ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक John McCarthy ने सबसे पहले पूरी दुनिया को बताया था। वो एक बहुत बड़े अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्ट थे जिन्होंने इसके बारेमे The Dartmouth Conference में बताया था और John McCarthy को ही Father Of Artificial Intelligence कहते है और इनको ही Artificial Intelligence ke janak कहते है। इन्होंने ही इसकी खोज 1950 में की थी।
Who Is The Father Of Artificial Intelligence?
The term “father of artificial intelligence” is often attributed to John McCarthy. He was an American computer scientist and cognitive scientist who is widely recognized for coining the term “artificial intelligence” in 1956 during the Dartmouth Conference, which is considered the birth of AI as a field of study.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक कौन हैं ?
कृत्रिम बुद्धि के जनक” शब्द का श्रेय अक्सर जॉन मैक्कार्थी को दिया जाता है। वह एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और संज्ञानात्मक वैज्ञानिक थे, जिन्हें 1956 में डार्टमाउथ सम्मेलन के दौरान “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” शब्द को गढ़ने के लिए व्यापक रूप से पहचाना जाता है, जिसे अध्ययन के क्षेत्र के रूप में एआई का जन्म माना जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार क्या है ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के 4 प्रकार है
1. नैरो एआई (Narrow AI) या कमजोर एआई (Weak AI)
2. जनरल एआई (General AI) या मजबूत एआई (Strong AI)
3. आर्टिफिशियल नैरो जनरल इंटेलिजेंस (Artificial Narrow General Intelligence – ANGI)
4. कृत्रिम अधीक्षण (एएसआई) Artificial Superintelligence (ASI)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत कैसे हुई थी?
1956 में डार्टमूथ कांफरेंस के दौरान, जॉन मैककार्थी ने एक शब्द प्रस्तुत किया जिसे “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” नामकरण किया गया। इस दौरान विज्ञानियों ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया और मशीनों के साथ बुद्धिमानता से संबंधित काम करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया।
AI का मतलब क्या है?
AI का मतलब है “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस”। यह एक विशेषज्ञता है जिसमें कंप्यूटर और मशीनों को मानवीय सोच और ज्ञान की तरह काम करने में मदद मिलती है।
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