भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान (Bhagwan Mahaveer Vanya Jeev Abhyaran), जिसे भगवान महावीर के नाम पर समर्पित किया गया है, भारतीय वन्यजीव संरक्षण का एक अद्वितीय स्थल है। इस प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र में आपको वन्यजीवों का सुंदर दर्शन, प्राचीन जैन मंदिर, और रमणीय प्राकृतिक सौंदर्य मिलेगा। यह स्थान वन्यजीव संरक्षण और आत्मा का समर्थन करने के लिए अनूठा है। यहां अपने पर्यावरण से जुड़े शिक्षाएँ प्राप्त करें और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें।
भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान (Bhagwan Mahaveer Vanya Jeev Abhyaran)
स्थान और भौगोलिक स्थिति:
भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य, जो कि गोवा में स्थित है, भारतीय वन्यजीव संरक्षण का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। इसका स्थान गोवा राज्य में और दक्षिण गोवा ज़िले में है। इसकी भौगोलिक स्थिति उत्तर – 15° 22′ 30.00″, पूर्व – 74° 15′ 15.00″ है।
मार्ग स्थिति:
भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य, पणजी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 4B से 26.1 किमी की दूरी पर स्थित है।
समय और पहुंचावट:
यह अभयारण्य अक्तूबर से मार्च के बीच जाया जा सकता है। पहुंचने के लिए जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि का उपयोग किया जा सकता है। हवाई अड्डा: डाबोलिम हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन: करमाली रेलवे स्टेशन, कोंकण रेलवे स्टेशन।
यातायात:
साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, सिटी बस आदि का उपयोग करके यहाँ पहुंचा जा सकता है।
देखने लायक स्थान:
इस अभयारण्य में हिरण और गुवार, मलायन विशाल गिलहरियाँ, कोबरा और अजगर जैसे वन्यजीव देखे जा सकते हैं।
ठहरने की सुविधाएँ:
होटल, धर्मशाला, और अतिथि गृह जैसी सुविधाएँ यहाँ उपलब्ध हैं।
अन्य जानकारी:
इस अभयारण्य का क्षेत्रफल 240 वर्ग किलोमीटर है।
भाषा:
कोंकणी, अंग्रेजी, हिंदी, पुर्तग़ाली और मराठी
अद्यतन:
10:48, 6 दिसम्बर 2011 (IST)
राष्ट्रीय उद्यान Vs वन्यजीव अभयारण्य
राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य दोनों ही वन्यजीव संरक्षण के लिए बनाए गए क्षेत्र होते हैं, लेकिन इनमें कुछ अंतर हो सकते हैं:
राष्ट्रीय उद्यान:
- उद्दीपन: राष्ट्रीय उद्यान भारत सरकार द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित किए जाते हैं। इन्हें विभिन्न राज्यों में स्थित किया जा सकता है और इनका आधिकारिक प्रबंधन राष्ट्र स्तर पर होता है।
- क्षेत्र: राष्ट्रीय उद्यान बड़े क्षेत्रों को कवर कर सकते हैं और इनमें अलग-अलग प्राकृतिक सुंदरता और जीवन का समृद्धिकरण हो सकता है।
- प्रवृत्तियाँ: राष्ट्रीय उद्यान बारहमासा में खुलते हैं और पर्याप्त समय के लिए यात्रा के लिए उपलब्ध रहते हैं।
- विज्ञानिक अध्ययन: इनमें वन्यजीवों के संरक्षण, प्रजनन, और उनकी विज्ञानिक अध्ययन के लिए अनेक अनुसंधान केंद्र होते हैं।
वन्यजीव अभयारण्य:
- उद्दीपन: वन्यजीव अभयारण्य भी वन्यजीव संरक्षण के लिए बनाए गए क्षेत्र होते हैं, लेकिन इनमें स्थानीय समुदायों का भी सहयोग होता है और इन्हें स्थानीय स्तर पर प्रबंधित किया जाता है।
- क्षेत्र: वन्यजीव अभयारण्य छोटे से लेकर बड़े क्षेत्रों को कवर कर सकते हैं और इनमें स्थानीय प्रजातियों की संरक्षण के लिए प्रयास किया जाता है।
- प्रवृत्तियाँ: वन्यजीव अभयारण्य का समय और दिन किसी भी समय हो सकता है, और इसमें स्थानीय समुदायों को शिक्षा, और संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए प्रोग्राम भी शामिल होते हैं।
- विज्ञानिक अध्ययन: इनमें वन्यजीवों के संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के विकास के लिए अनुसंधान और प्रोजेक्ट्स का समर्थन किया जाता है।
इन दोनों के बीच अंतर स्थान, प्रबंधन, और उद्दीपन की स्तर में हो सकता है, लेकिन इनका मुख्य उद्देश्य वन्यजीव संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों का सुरक्षित रखना होता है।
भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान कहां है?
भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान गोवा में स्थित है।
भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य कहां है?
भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य गोवा में स्थित है, और इसे मोल्लेम शहर में पहचाना जाता है।
मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान कहां है?
अब तक के ज्ञान के अनुसार, मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान का जिक्र नहीं किया गया है।
गोवा में कितने नेशनल पार्क है?
गोवा में एक ही नेशनल पार्क है, जो है “भगवान महावीर राष्ट्रीय उद्यान” जिसे भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य भी कहा जाता है।