दुनिया भर में आज यानी 15 सितंबर को Engineers Day ( अभियंता दिवस ) इंजीनियर्स डे (Engineer’s Day) के रूप में मनाया जाता है. आपको बता दें कि इस दिन भारत के महान इंजीनियर और भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) का जन्म हुआ था। वह भारत के महान इंजीनियरों में से एक थे। उन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया। उन्होंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है, जिसे शायद ही कोई भुला पाए। देशभर में बने कई नदियों के बांध और पुल को कामयाब बनाने के पीछे विश्वेश्वरय्या का बहुत बड़ा हाथ है। उन्हीं की वजह से देश में पानी की समस्या दूर हुई थी। आइए जानते हैं उनके बारे में सबकुछ और साथ ही यह भी कि अभियंता दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई थी।
मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया जीवन परिचय (Mokshagundam Visvesvaraya Biography)
एम. विश्वेश्वरैया भारत के महान इंजिनियरों में से एक थे, इन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और भारत को नया रूप दिया. उनकी दृष्टि और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में समर्पण भारत के लिए कुछ असाधारण योगदान दिया।
जीवन परिचय बिंदु | विश्वेश्वरैया जीवन परिचय |
पूरा नाम | मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया |
जन्म | 15 सितम्बर, 1960 |
जन्म स्थान | मुद्देनाहल्ली गाँव, कोलर जिला, कर्नाटका |
माता-पिता | वेंकचाम्मा – श्रीनिवास शास्त्री |
मृत्यु | 14 अप्रैल 1962 |
मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया शुरुवाती जीवन (Mokshagundam Visvesvaraya Life History)
भारत सरकार द्वारा साल 1968 में डॉ. एम विश्वेश्वरैया की जन्मतिथि को इंजीनियर्स डे के रूप में घोषित किया गया था। उसके बाद से हर साल 15 सिंतबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है। 15 सितंबर 1860 में मैसूर के कोलार जिले में पैदा हुए डॉ. एम विश्वेश्वरैया के पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेद चिकित्सक थे। विश्वेश्वरैया की मां का नाम वेंकाचम्मा था। साधारण परिवार में जन्मे एम विश्वेश्वरैया जब मात्र 12 वर्ष के थे, तो उनके पिता का निधन हो गया। कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और फिर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली।
जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने इन्हें नासिक में सहायक इंजीनियर के पद पर नियुक्त किया। जब वह केवल 32 वर्ष के थे, उन्होंने सिंधु नदी से सुक्कुर कस्बे को पानी की पूर्ति भेजने का प्लान तैयार किया जो सभी इंजीनियरों को पसंद आया। सरकार ने सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के उपायों को ढूंढने के लिए समिति बनाई। इसके लिए एमवी ने एक स्टील के दरवाजे बनाकर नए ब्लॉक सिस्टम को ईजाद किया और पानी के बहाव को रोक दिया। आज यह प्रणाली पूरे विश्व में प्रयोग में लाई जा रही है। विश्वेश्वरैया ने मूसा व इसा नामक दो नदियों के पानी को बांधने के लिए भी प्लान तैयार किया था। इसके बाद उन्हें मैसूर का चीफ इंजीनियर नियुक्त किया गया। सर विश्वेश्वरैया को न केवल भारत सरकार द्वारा प्रशंसा मिली, बल्कि दुनिया भर से मानद पुरस्कार और सदस्यता भी मिली। 101 साल की उम्र में 14 अप्रैल 1962 को उनका निधन हो गया। लेकिन उनका जीवन आज भी हमारे देश के सभी इंजीनियरों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया के कार्य (Mokshagundam Visvesvaraya work History)
- कृष्णराज सागर बांध बनाना विश्वेश्वरैया के असाधारण कार्यों में से एक था। इसकी योजना वर्ष 1909 में बनायी गयी थी और वर्ष 1932 में यह पूरा हुआ।
- विश्वेश्वरैया ने भारत का पुनर्निर्माण और भारत के लिए नियोजित अर्थ व्यवस्था नामक पुस्तकें लिखीं और भारत के आर्थिक विकास का भी मार्गदर्शन किया।
- उनके द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया। उन्हें ब्रिटिश सरकार द्वारा नाइटहुड अवार्ड (knighthood award) से भी सम्मानित किया गया था।
- इंजीनियरिंग शब्द लैटिन शब्द इंजेनियम से निकला है। इसका अर्थ है स्वाभाविक निपुणता।
- विश्वेश्वरैया मैसूर के दीवान थे और उनका कार्यकाल 1912-1918 ई. तक रहा।
- बॉम्बे में उन्होंने सिंचाई और पानी की बाढ़ के फाटकों की ब्लॉक प्रणाली शुरू की।
- बिहार और उड़ीसा में वह रेलवे ब्रिज प्रोजेक्ट और जलापूर्ति योजनाओं का हिस्सा रहे।
- इन्होंने मैसूर में कृष्णराज सागर बांध ग्वालियर में तिगरा बांध और पुणे के खड़कवासला जलाशय में बांध आदि काफी खास हैं, इसके अलावा हैदराबाद सिटी को बनाने का श्रेय भी डॉ. विश्वेश्वरैया को ही जाता है।
विश्वेश्वरैया जी का व्यक्तित्व (Visveswaraya Personality)
- एम् विश्वेश्वरैया जी बहुत साधारण तरह के इन्सान थे.
- जो एक आदर्शवादी, अनुशासन वाले व्यक्ति थे.
- वे शुध्य शाकाहारी और नशा से बहुत दूर रहते थे.
- विश्वेश्वरैया जी समय के बहुत पाबंद थे, वे 1 min भी कही लेट नहीं होते थे.
- वे हमेशा साफ सुथरे कपड़ों में रहते थे. उनसे मिलने के बाद उनके पहनावे से लोग जरुर प्रभावित होते थे.
- वे हर काम को परफेक्शन के साथ करते थे. यहाँ तक की भाषण देने से पहले वे उसे लिखते और कई बार उसका अभ्यास भी करते थे.
- वे एकदम फिट रहने वाले इन्सान थे. 92 साल की उम्र में भी वे बिना किसी के सहारे के चलते थे, और सामाजिक तौर पर एक्टिव भी थे.
- उनके लिए काम ही पूजा थे, अपने काम से उन्हें बहुत लगाव था.
- उनके द्वारा शुरू की गई बहुत सी परियोजनाओं के कारण भारत आज गर्व महसूस करता है, उनको अगर अपने काम के प्रति इतना दृढ विश्वास एवं इक्छा शक्ति नहीं होती तो आज भारत इतना विकास नहीं कर पाता.
- भारत में उस ब्रिटिश राज्य था, तब भी विश्वेश्वरैया जी ने अपने काम के बीच में इसे बाधा नहीं बनने दिया, उन्होंने भारत के विकास में आने वाली हर रुकावट को अपने सामने से दूर किया था.
एम. विश्वेश्वरैया जी अवार्ड (Mokshagundam Visvesvaraya Awards)
- स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 1955 में विश्वेश्वरैया जी को भारत के सबसे बड़े सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था.
- लन्दन इंस्टीट्यूशन सिविल इंजीनियर्स की तरफ से भी विश्वेश्वरैया जी को सम्मान दिया गया था.
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस की तरह से भी विश्वेश्वरैया जी को सम्मानित किया गया.
- विश्वेश्वरैया जी कर्नाटका के सबसे प्रसिद्ध लोगों में से एक है.
- इसके अलावा देश के आठ अलग अलग इंस्टिट्यूट के द्वारा उन्हें डोक्टरेट की उपाधि दी गई.
- विश्वेश्वरैया जी के 100 साल के होने पर भारत सरकार ने उनके सम्मान में स्टाम्प निकाला.
- इनके जन्म दिवस पर समस्त भारत में इंजिनियर डे मनाया जाता है.
एम. विश्वेश्वरैया जी की मृत्यु (Mokshagundam Visvesvaraya Death)
14 अप्रैल 1962 को विश्वेश्वरैया जी की मृत्यु हो गई.
Engineer’s Day Quotes (इंजीनियर्स डे अनमोल वचन)
- एक अच्छा इंजिनियर वही हैं जो किताबी ज्ञान को वास्तविक रूप दे पाये.
- जो Ctrl + C और Ctrl + V का सही इस्तेमाल जानता हैं वही एक अच्छा इंजिनियर बन सकता हैं.
- बचपन में जो खिलोने को तोड़कर खुश होता हैं असल में वही बड़ा होकर इंजिनियर बन सकता हैं.
- जो सेशनल मार्क्स की परवाह नहीं करते अंत में वही अच्छे इंजिनियर बनते हैं.
- जो मिड टर्म में कॉलेज आना भूल जाये वही सफल इंजिनियर कहलाता हैं.
- किताबो के ज्ञान को खटमल की तरह चूस लेने से कोई इंजिनियर नहीं बनता.
- इंजिनियर सफलता से नहीं असफलता से बनता हैं.
- जो चल कर उपर जाता हैं और गिरता हुआ निचे आता हैं लेकिन फिर मुस्कुराता हुआ दौड़कर उपर जाता हैं असल में वही शिखर पर अपना घर बनाता हैं.
- हर इंसान इंजिनियर हैं कुछ मकान बनाते हैं कुछ सॉफ्टवेयर बनाते हैं कुछ मशीन बनाते हैं और कुछ सपने बनाते हैं और हम जैसे उनकी कहानियों को स्याही में डुबोकर उन्हें अमर बनाते हैं.
Engineer’s Day Shayari (इंजीनियर्स डे शायरी)
- जो ऊंचाई पर जाने से नहीं डरता
जो गिरने से नहीं डरता
जो एग्जाम से नहीं डरता
वही असल इंजिनियर हैं होता - जो खिलोने के टूटने से रोता नहीं
जो फ़ैल होने से डरता नही
कोड कितना ही फट जाये
पर वो किये बिना मानता नही
कोई पागल कहे या आवारा
यही होता हैं इंजिनियर बैचारा - जो फ़ैल होने पर हँसता हैं
जो रात में जागता दिन में सोता हैं
उल्लू नही हैं यारो
आज के टाइम में इंजिनियर कहलाता हैं - पुरे चार साल जो जानवर सा जीता हैं
जो सेशनल के पीछे कॉलेज को जाता हैं
जो 33 नंबर के लिए पूरी एक रात जागता हैं
कुछ आये ना आये एग्जामिनर के लिए जो लिखकर आता हैं
अरे भाईयों वही तो एक दिन इंजिनियर बन पाता हैं
Engineer’s Day quotes in English
- “On the sixth day God saw He couldn’t do it all, so He created ENGINEERS.” – Lois McMaster Bujold
- “Engineers turn dreams into reality.”- Hayao Miyazaki
- “Science is about knowing; engineering is about doing”. – Henry Petroski, American engineer
- “Software is a great combination of artistry and engineering.” – Bill Gates
- “Science is discovering the essential truths about what exists in the Universe, engineering is about creating things that never existed.” – Elon Musk
- “At its heart, engineering is about using science to find creative, practical solutions. It is a noble profession.” – Queen Elizabeth II
Engineer’s Day wishes in English
- You are the one who can create anything with your brains and creativity because you are an engineer…. Wishing you a very Happy Engineer’s Day.
- Only engineers have the power to do the impossible because they have the tool of science to create something new…. Happy Engineer’s Day to you!
- Warm greetings on Engineer’s Day to you for putting your heart and soul into your profession, for creating such unique innovations and for surprising us every day.
- Science and engineers together have made this life so much simple for us and on the occasion of Engineer’s Day, I want to thank you for being such a great engineer.
- Engineers are the ones who bring technology to make our lives simpler, to bring comforts, to bring ease and today is the day to thank them…. Happy Engineer’s Day!
Engineer’s Day messages in English
- Without engineers in our lives, it would have been a completely different world to live in…. Happy Engineer’s Day!
- Engineers always keep adding some spice to our routine lives with their innovative creations that keep surprising us…. Happy Engineer’s Day!
- Their imagination and their innovation make them magicians in a true sense…. They think and they create what we find impossible and unreal…. Happy Engineer’s Day!
- Wishing a very Happy Engineer’s Day to all those smart minds who are constantly exploring the opportunities to create something new, for a better life.
- For all the hard work you put into your studies and all the dedication you put into creating something new, we are proud of you. Happy Engineer’s Day. Sarkari Schools
FAQ
Q : इंजिनियर्स डे कब मनाया जाता है ?
Ans : 15 सितंबर के दिन
Q : इंजिनियर्स डे किसकी याद में मनाया जाता है ?
Ans : मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया
Q : इंजिनियर्स डे क्यों मनाया जाता है ?
Ans : हमारे देश के इंजिनियर्स को सम्मान देने के लिए, एवं उनके कार्यों की सराहना करने के लिए.
Q : इंजिनियर्स डे 2023 का विषय क्या है ?
Ans : इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
Q : इंजिनियर्स डे विश्व में कब मनाया जाता है ?
Ans : अलग अलग जगह पर अलग अलग दिन मनाया जाता है.
Q : इंजिनियर्स डे कैसे मनाते हैं ?
Ans : इस दिन इंजीनियरिंग कॉलेजों में कार्यक्रमों का योजना किया जाता है, और साथ ही इंजिनियर्स को सम्मान भी दिया जाता है.